क्या आप भी ओवरथिंक करते है? ज्यादा सोचने के जान ले यह 4 खतरनाक परिणाम!

ओवरथिंकिंग नहीं है जरुरी!
क्या आप भी ओवरथिंक करते है? ज्यादा सोचने के जान ले यह 4 खतरनाक परिणाम!

ज्यादा सोचना यानी के किसी भी बात पर ओवरथिंक करना ना की सिर्फ मानसिक रूप से परिणाम करता है बल्कि शारीरिक तरीके से भी हमारे लिए बेहद घातक साबित हो सकता है। किसी भी बात को लेकर ज्यादा सोचना हमारी मानसिक शांति को नष्ट कर देता है। इससे मानसिक और शारीरिक रूप से हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है। ज्यादा विचार करने में महिलाएं काफी आगे होती है, तो इस रेस में ओवरथिंकर महिलाओं को काफी स्वास्थ्य समस्याओं से गुजरना पड़ता है। आज हम इस विषय पर जरा विस्तार से बात करेंगे। इस आर्टिकल में हम ओवरथिंक यानी ज्यादा सोचने के 4 खतरनाक परिणामों के बारे में बताने वाले है।

सोचना या किसी बात पर ओवरथिंक करना दिमाग से जुडी बात होती है और शरीर का हर एक फंक्शन दिमाग से ही जुड़ा होता है। तो जाहिर है की अगर आप भी ओवरथिंक कर रहे है तो आपके शरीर पर इसका असर होना साफ़ है। ज्यादा सोचने से आपका शरीर मुश्किल में पड़ सकता है.. साथ ही आप एंग्जायटी (Anxiety), डिप्रेशन, अनिद्रा जैसी समस्याओं का शिकार भी हो सकते है। चलिए इसके बारे में अधिक जानते है।

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1. डिप्रेशन

डिप्रेशन एक ऐसी गंभीर बीमारी है जो नकारात्मक रूप से अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। बार बार किसी बात के बारे में ज्यादा सोचने से या जिसे हम ओवर थिंक करना कहते है, वह करने से आप डिप्रेशन जैसी बीमारी का शिकार आसानी से बन सकते है। कई बार किसी बात के डर से भी हम ज्यादा सोचने लग जाते है। यह डर आगे जाकर डिप्रेशन में बदलने को देर नहीं लगती। लेकिन डिप्रेशन के लिए आज योग्य उपचार भी है। डिप्रेशन उदासी की भावनाये बढ़ता है और अधिक विचार करने पर मजबूर कर देता है। यह विभिन्न प्रकार की भावनात्मक और शारीरिक समस्याओं को जन्म दे सकता है और काम करने की आपकी क्षमता को भी कम कर सकता है।

2. एंग्जायटी

चिंता यानी के एंग्जायटी आपके शरीर की तनाव के प्रति होने वाली एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया है। ओवरथिंक करने से मन में चिंता पैदा होती है जिस के कारन लोग एंग्जायटी का शिकार हो जाते है। आज के दिन ऐसे कई लोग है जो एंग्जायटी का शिकार हो चुके है। लेकिन मेडिकल ट्रीटमेंट से इसे ठीक किया जा सकता है। अधिक चिंता करने से या ओवरथिंक करने से एंग्जायटी बढ़ती जा सकती है।

3. अनिद्रा

इनसोम्निया यानी के अनिद्रा नींद से जुडी एक बीमारी है जिसमे नींद न आना और इतर कई शारीरिक समस्याए शामिल होती है। अधिक विचार करने से नींद न आना, नींद में परेशानी होना, नींद कम होना ऐसी नींद से जुडी बीमारियां शुरू हो सकती है। नींद पूरी ना होने से शरीर में थकावट महसूस होती है और आप दिन भर में कुछ भी काम नहीं कर पाते। ऐसे में अनिद्रा से कई लोग जूझ रहे है जो ओवरथिंक करते है।

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4. पैरालिसिस

ज्यादा सोचने की वजह से आप निर्णय लेने में असमर्थ हो सकते हैं। इसके साथ ही आप कोई निर्णय लेने से भी हमेशा डर सकते हैं। अधिक विचार करने पर शारीरिक क्रियाओं में कॉम्प्लिकेशंस आ सकती है। और इससे पैरालिसिस जैसी घातक समस्या भी आ सकती है। पैरालिसिस से शरीर का आधा हिस्सा या कुछ कुछ अंग काम करना बंद कर देते है। यह बात सबसे खतरनाक हो सकती।

हमारी सलाह यही है की ओवरथिंक करने से हमेशा बचे। किसी भी बात पर ज्यादा विचार करना शरीर के लिए हानिकारक साबित होता है। इस बात को ध्यान में रख कर मेडिटेशन, व्यायाम, अपने पसंद के काम, दोस्तों से मिलना-जुलना या परिवार के साथ समय बिताना बेहद अच्छा होगा। इन बातों से आपको ओवरथिंकिंग से राहत जरूर मिलेगी।

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Tejal Limaje

Who says an introvert can't be a good artist? I am an artist, writing is my art. You can call me an emotional introverted linguistic writer. What cannot be shared through my speech, I share through my writing and words. Writing is my love, desire, passion.

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