आज के समय में हमारे समाज में हर तरफ महिला समानता की बात की जाती हैं। महिलाएं अपने समानता के अधिकार को लेकर अच्छे से वाकिफ भी हैं। हालांकि सालों से चले आ रहे संघर्ष के बाद भी कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जहां महिला सशक्तिकरण और समान वेतन की बात बस कहने वाली बात रह गई हैं। बॉलीवुड इंडस्ट्री भी इससे अलग नहीं हैं, आज भी इस क्षेत्र में पुरुषों और महिलाओं के वेतन में अंतर किए जाते हैं। जी हां बॉलीवुड इंडस्ट्री में आज भी मेल सिंगर्स की तुलना में फीमेल सिंगर्स को कम भुगतान किया जाता है। ‘वेतन समानता’ (Pay Parity) पर Hauterrfly के The Male Feminist के नए एपिसोड में मेहमान बन पहुंची सिंगर ध्वनि भानुशाली खुलकर बात करती नजर आई।
सिंगर ध्वनि भानुशाली अपने खास गानों के अंदाज से लोगों के दिलों में अपनी जगह बनाई है। उन्होंने ‘ले जा रे’ और ‘वास्ते’ गाने में अपनी खूबसूरत आवाज से खास पहचान मिली। इन गानों में ध्वनि की पॉपुलेरिटी का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। सिंगर के इन गानों ने यूट्यूब पर 1 बिलियन व्यूज क्रॉस किए हैं। अपने गानों के लिए पहचानी जाने वाली सिंगर ध्वनि भानुशाली अपनी बेबाक राय जाहिर करने से जरा भी नहीं हिचकिचाती हैं। वहीं इस बीच Hauterrfly के The Male Feminist के नए एपिसोड में मेहमान बन पहुंची सिंगर ध्वनि भानुशाली ने सिद्धार्थ अलम्बयन के साथ कई बातों पर चर्चा की, साथ ही उन्होंने इंडस्ट्री में महिलाओं के ‘वेतन समानता’ (Pay Parity) पर खुलकर बात की। उन्होने बॉलीवुड की पोल खोलते हुए बताया कि आज भी महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम वेतन मिलता है।
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सिद्धार्थ अलम्बयन ध्वनि भानुशाली से पूछते हैं कि क्या म्यूजिक इंडस्ट्री में जेंडर वेतन असमानता है? इसका जवाब देते ध्वनि ने बताया कि, जेंडर वेतन असमानता म्यूजिक इंडस्ट्री में ही नहीं बल्कि शो में भी होता है… जब कोई पैसा देता हैं तो मेल आर्टिस्ट को फीमेल आर्टिस्ट से लगभग ज्यादा पैसे मिलते हैं। मेल और फीमेल आर्टिस्ट की सैलरी में अंतर के बारे में सिंगर ध्वनि आगे बताती हैं कि, मेल और फीमेल आर्टिस्ट की सैलरी में काफी अंतर होता है। सिंगर का कहना है कि अगर वह अच्छा काम करती हैं और मेल आर्टिस्ट भी वैसा ही काम करते हैं तो सैलेरी में डिफरेंसेस क्यों करने चाहिए। अगर वैसा ही काम उन्होंने भी किया हैं तो उन्हें कोई इतना बड़ा नहीं कहेगा।
ध्वनि भानुशाली आगे बताती हैं कि ‘वेतन समानता’ (Pay Parity) के साथ-साथ इमेज को लेकर भी पुरुषों को ज्यादा तवज्जो मिलती हैं। जब बात समझने की आती है तो कहा जाता है कि यहां तक पहुंचने के लिए बन्दे में बहुत मेहनत की होगी, तब जाकर यहां पंहुचा है स्ट्रगल किया हैं। लेकिन सामान चीज लड़की करके दिखाए तो यह सामान चीज नहीं होती है।
आपको बता दें, ध्वनि भानुशाली के पिता विनोद सबसे बड़ी म्यूजिक कंपनी टी-सीरीज के ग्लोबल मार्केटिंग एंड मिडिया पब्लिशिंग के अध्यक्ष हैं। ध्वनि के पिता भी उनका काफी सपोर्ट करते हैं और उन्हें सही डिसिजन लेने में मदद भी करते हैं। ध्वनि भानुशाली के काम की बात करें तो उन्होंने ‘दिलबर’, ‘लेजा रे’, ‘इशारे तेरे’, ‘कैंडी’, ‘मेरे यार’ और ‘मेहंदी’ जैसे तमाम गानों में अपनी आवाज दी है। इसके अलावा सिंगर ने ‘सत्यमेव जयते’, ‘लुका छुपी’, ‘वेलकम टू न्यूयोर्क’, ‘विरे दी वेडिंग’, ‘मरजावां’, ‘गुड न्यूज’ और ‘स्ट्रीट डांसर’ जैसी फिल्मों में गाने गाये हैं।
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गौरतलब है कि आज के आधुनिक युग में भी पुरुष और महिला के बीच का अंतर करना एक बड़ा मुद्दा है। आज के समय में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। ऐसे में ध्वनि भानुशाली द्वारा बताई गई बात वाकई चिंताजनक है।