दलित महिला पर तांत्रिक ने की जबरदस्ती, पति समेत ससुराल वालों पर दर्ज कराई FIR!
मुंबई में फिरसे हुआ दर्दनाक हादसा!

हमारे देश में महिला को देवी की तरह पूजा जाता है, लेकिन आज भी समाज में कुछ ऐसे लोग हैं जो महिलाओं पर जोर-जबरदस्ती करते है और उन्हें निचा दिखाने की कोशिश करते है। आज भी शादी के बाद ससुराल में महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है। इसी बीच मायानगरी कहे जाने वाले मुंबई शहर से इसी से जुड़ी एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक दलित महिला वकील ने अपने ससुराल वालों और अन्य लोगों पर रेप करने, काला जादू करवाने और घरेलू हिंसा का आरोप लगाया है। पुलिस में शिकायत दर्ज करने के बाद महिला कॉन्स्टेबल ने पीड़िता को सरकारी हॉस्पिटल में मेडिकल टेस्ट के लिए दो किमी तक चलने को भी मजबूर किया। इस बात की जानकारी पीड़िता के वकील ने मंलवार को दी है।
ये हैं मामला
दरअसल, मंगलवार को मुंबई में एक महिला वकील ने अपने पति, एक तांत्रिक और अपने देवर समेत ससुराल वालों के साथ कई अन्य लोगों के खिलाफ रेप करने, काला जादू और घरेलू हिंसा करने की शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले की जानकारी देते हुए पीड़िता के वकील ने बताया कि पीड़िता ने अपने पति, तांत्रिक, देवर और अन्य रिश्तेदारों के खिलाफ FIR दर्ज किया है। पीड़िता ने अपनी शादी के बाद बार-बार बलात्कार, कई तरह के दुर्व्यवहार के आरोप लगाते हुए बलात्कार की शिकायत दर्ज की।
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वकील ने आगे बताया कि, भोईवाड़ा पुलिस ने भी कुछ दिन पहले पीड़िता की शिकायत दर्ज की थी, लेकिन काफी कोशिशों के बाद मंगलवार को परेल के केईएम अस्पताल में उसका मेडिकल टेस्ट कराया गया, जहां महिला कांस्टेबल ने पीड़िता से टैक्सी का किराया मांगा और दो किमी पैदल चलाकर अस्पताल के अंदर मेडिकल टेस्ट कराया। वकील का कहना है कि, बॉम्बे हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने वाली वकील पीड़ित महिला के पास पैसे नहीं थे। वकील ने आगे यह भी कहा कि, वो जानना चाहते हैं कि ऐसी रेप पीड़िताओं के लिए ‘निर्भया की गाड़ियां’ कहां हैं और आरोपियों को मेडिकल जांच के लिए ऐसे कैसे ले जाया जा सकता है। जबकि पीड़ितों के लिए पुलिस वाहनों से ले जाया जाता हैं। पीड़िता के वकील ने मामले को डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस प्रवीण मुंढे ने संज्ञान में लाया है, और पुलिस के रिएक्शन का इंतजार कर रहे हैं।
बता दें, हाल ही में मुंबई के अंबोली इलाके से एक विदेशी महिला ने रेप के आरोप दर्ज कराया था। विदेशी महिला ने शिकायत में बताया था कि आरोपी मनीष गांधी नाम के एक लड़के ने नवंबर 2016 से जनवरी 2022 के बीच कई बार महिला का यौन उत्पीड़न किया। आरोपी पीड़िता को उसकी अश्लील वीडियो को लेकर ब्लैकमेल किया करता था। यहां तक तक पीड़िता का आरोप था कि आरोपी लड़का काफी समय से उन्हें धमकी दे रहा था कि वो उसकी वीडियो लीक कर देगा। हालांकि पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर अंबोली पुलिस में आरोपी मनीष गांधी के खिलाफ FIR दर्ज करवाई और पुलिस जांच में जुट गयी है। इस घटना के बाद मुंबई की वकील पीड़िता की घटना परेशान कर देती है।
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आपको बता दें, दिल्ली में दिल दहला देने वाले निर्भया कांड के बाद सरकार काफी सक्रिय हुई और महिलाओं के लिए निर्भया फंड की शुरुआत की गई। निर्भया फंड केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश में पुलिस बलों को संसाधन उपलब्ध कराने के लिए घोषित राशि है। ताकि पुलिसकर्मी को महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध से निपटने में मदद मिल सके। ऐसे में मुंबई में दलित वकील पीड़िता के साथ पुलिस महिलाकर्मी द्वारा ऐसा बर्ताव सोचने लायक विषय है।
First Published: March 29, 2023 7:01 PMWoman Going To Gynaec For Endometriosis Gets Unsolicited Advice To Have Baby. Erm Is Baby Medicine?