वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा किये गए क्लासिक बजट कोट्स!

2019 में वित्तमंत्री पद संभालने के बाद सीतारमण आज अपना पांचवां बजट पेश कर रही है।

सीतारमण भाषणों में अपने पिटारे से निकाले बेहतरीन उदहारण देती है, जानते है कुछ मशहूर हुए कोट्स!

कार्य पुरुषकारेण लक्ष्यं सम्पद्यते चाणक्यनीति के इस श्लोक का जिक्र सीतारमण ने किया था जिसका मतलब है, निश्चय कर लेने पर कार्य पूर्ण हो जाता है।

हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा है, हमारा वतन डल लेक में खिलते हुए कमल के फूल जैसा है... सीतारमण ने कश्मीरी कवी पंडित दीनानाथ कौल नदीम की कविता पढ़ हिंदी में अर्थ भी समझाया था!

विश्वास उस पक्षी की तरह होता है जो प्रकाश को महसूस करता है और शांत अंधेरे में गाता है। रबीन्द्रनाथ टैगोर के शब्दों को वित्तमंत्री ने अपने भाषण में कहा था। 

राजा को धर्म के अनुसार टैक्स कलेक्ट करना चाहिए! महाभारत श्लोक का उदहारण देते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में यह कहा था।