दो जवान बेटों को खोने वाली राष्ट्रपति Droupadi Murmu ने झेला है दर्द, जानिए उनसे जुड़ी ये खास बात!

जानें द्रौपदी मुर्मू से जुड़ी ये बातें!

दो जवान बेटों को खोने वाली राष्ट्रपति Droupadi Murmu ने झेला है दर्द, जानिए उनसे जुड़ी ये खास बात!

Happy Birthday Droupadi Murmu: ओडिशा के एक छोटे से गांव से दिल्ली के रायसीना हिल तक का सफर तय करने वाली द्रौपदी मुर्मू ने 5 जुलाई 2022 को भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनकर इतिहास रच दिया। द्रौपदी ने भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद को ग्रहण करने की शपथ ली। अपने विनम्र स्वभाव के लिए जानी जाने वाली भारत की 15वीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से राजनीति में प्रवेश किया और आज पूरी दुनिया में महिलाओं के लिए एक प्रेरणा बनकर उभरी हैं। आज यानी 20 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) का 65वां जन्मदिन है, इस मौके पर आज हम आपको बताते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें।

Droupadi Murmu की ये हैं खास बातें

1- 20 जून 1958 को जन्मी द्रौपदी मुर्मू ने भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण किया। देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति बनने वाली द्रौपदी मुर्मू को यह पद संभालने के बाद खूब सराहना और बधाई मिली।

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2- भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) का जन्म ओडिशा के मयूरगंज जिले के बैदपोसी गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम बिरंची नारायण टुडे है।

3- स्कूली शिक्षा की बात करें तो द्रौपदी मुर्मू ने अपना ग्रेजुएशन रमादेवी महिला महाविद्यालय, भुवनेश्वर से किया। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने एक शिक्षिका के रूप में भी काम किया।

4- द्रौपदी (Droupadi Murmu) ने 1979 से 1983 तक सिंचाई और बिजली विभाग में जूनियर असिस्टेंट के रूप में भी काम किया है। 1994 से 1997 तक, उन्होंने श्री अरबिंदो इंटीग्रल एजुकेशन सेंटर, रायरंगपुर में मानद असिस्टेंट टीचर के रूप में भी काम किया।

5- एक संताली आदिवासी परिवार में जन्मी द्रौपदी मुर्मू के पिता और दादा दोनों ग्राम प्रधान थे। बचपन से ही द्रौपदी मेहनत और लगन में पीछे नहीं हटती थी।

6- राजनीतिक करियर की बात करें तो द्रौपदी (Droupadi Murmu) ने साल 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत के पार्षद चुनाव में हिस्सा लिया और जीत हासिल की। मुर्मू को बीजेपी ने अनुसूचित जाति मोर्चा का उपाध्यक्ष बनाया था।

7- मुर्मू ने 2015-21 तक झारखंड के राज्यपाल के रूप में काम किया। 2000 से 2009 तक, उन्होंने रायरंगपुर निर्वाचन क्षेत्र से ओडिशा विधान सभा के सदस्य के रूप में और 2000 से 2004 तक उन्होंने ओडिशा सरकार में राज्य मंत्री के तौर पर काम संभाला है।

8- एनडीए की ओर से राष्ट्रपति चुनाव के लिए द्रौपदी मुर्मू का नाम आगे बढ़ाया गया था। उड़ीसा की एक आदिवासी महिला नेता और झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने राष्ट्रपति चुनाव जीता और 15वें राष्ट्रपति के रूप में पद ग्रहण किया।

9- द्रौपदी मुर्मू के निजी जीवन की बात करें तो उनकी शादी श्याम चरण मुर्मू से हुई थी, उनके पति पेशे से बैंकर थे। द्रौपदी ने अपने पति और दो जवान बच्चों को खो चुकी है।साल 1984 में, द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने अपना पहला बच्चा तब खो दिया जब वह केवल तीन वर्ष की था। 2010 में, उन्होंने अपने 25 साल के सबसे अच्छे दोस्त लक्ष्मण को खो दिया। इसके बाद साल 2013 में उन्होंने 28 साल की उम्र में अपने छोटे बेटे शिपुन को खो दिया।

10- जानकारी के मुताबिक द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने इतना दर्द सहकर अपनी इकलौती बेटी को पढ़ाया लिखाया और आज वह बैंक में अधिकारी हैं, और द्रौपदी खुद देश की सेवा में लगी हुई है।

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गौरतलब है कि, द्रौपदी मुर्मू ने एक महिला होने के नाते देश की तमाम महिलाओं का हौसला बढ़ाया है और वह खुद एक बेहद प्रतिष्ठित पद पर काबिज हैं। हमारी तरफ से द्रौपदी मुर्मू को जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

On 65th Birthday, President Droupadi Murmu Seeks Lord Jagannath’s Blessings. PM Modi Extends Wishes

First Published: June 20, 2023 12:06 PM

Shikha Trivedi

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