होम्योपैथी उपचार साबित हो सकता है आपका पसंदीदा पर्याय, जाने ले यह 5 कारण!

कई बार आप ऐसी कुछ दवाइयां खाते है, जिसका कुछ असर नहीं होता। अगर आप ऐलोपैथी दवाई से दूर भाग रहे है और आपको कोई दूसरा रास्ता अपनाना है, तो आपके लिए सबसे बेस्ट पर्याय साबित हो सकता है ‘होम्योपैथी’ दवाइयां। क्या आप इसके कारन जानते है की, आपको क्यों होम्योपैथी दवाइयों पर भरोसा करना चाहिए? अगर नहीं, तो आज हम आपको बताएंगे की इतर दवाइयों से होम्योपैथी दवाइयों पर भरोसा करना क्यों सही रहेगा। हम सभी ने देखा है की, किसी भी बीमारी को ठीक करने के लिए अब विज्ञान बहुत आगे पहुँच चूका है। आज के दिन बहुत कम ऐसी बीमारियां है जिनका इलाज नहीं हो सकता। लेकिन उसपर भी अपने वैज्ञानिक काम कर रहे हो। इसके अलावा, बीमारी के इलाज के कई तरीके आज के दिन में उपलब्ध हैं। उसमे से एक तरीका है होम्योपैथी। चलिए जानते है ऐसे 5 कारन जिस वजह से होम्योपैथी दवाइयां लेना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।

1. कोई साइड इफेक्ट नही

होम्योपैथिक दवा इस्तेमाल के लिए हानिरहित है। यह ऐसी दवा है, जिससे शरीर पर किसी तरह का हानिकारक साइड इफेक्ट नहीं हो सकता। इसके साथ ही इसमें ऐसे कोई घातक शामिल नहीं होते की जिससे आपके शरीर को किसी तरह का नुक्सान हो। इसीलिए होम्योपैथिक दवाएं इस्तेमाल करना एक अच्छा पर्याय है।

2. कम कीमत

ज्यादातर होम्योपैथिक दवाएं सस्ती और आसानी से उपलब्ध होती है। कम कीमत में उपलब्ध होने वाली यह होम्योपैथिक दवाइयां ज्यादातर पाउडर, लिक्विड या छोटी छोटी गोलाकार साबूदाना जैसी चीनी की गोलियों के रूप में उपलब्ध होती है। इन गोलियों में दवाइयों का अर्क मिला हुआ रहता है। कड़वी दवाइयों को खाने में नखरा करने वाले बच्चे भी यह दवाइयां ख़ुशी से खा लेते है।

3. पर्यावरण के अनुकूल

होम्योपैथी दवाइयां प्रकृति के लिए पूरी तरह पर्यावरण अनुकूल हैं और यह किसी भी तरह से पर्यावरण को खराब या प्रदूषित नहीं करती हैं। होम्योपैथिक दवाओं के निर्माण के वक़्त पर्यावरण में कोई हानि नहीं पहुँचती। यह दवाइयां पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल स्वरुप की होती हैं जिससे वह पर्यावरण के लिए अनुकूल साबित होती है।

4. नहीं लगती आदत

कई दवाइयां ऐसी होती है, जिसको एकबार ले तो उनकी लत या कहे आदत लग जाती है। लेकिन होम्योपैथिक दवाइयों के मामले में नशे जैसी लत नहीं लगती। एक बार बीमारी ठीक हो जाने के बाद, व्यक्ति इन दवाइयों का उपयोग आसानी से बंद कर सकता है। होम्योपैथिक दवा शिशुओं, बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं, वृद्ध और व्यसन की समस्या वाले लोगों के लिए भी सुरक्षित साबित होती है।

5. हमेशा के लिए करे ठीक

होम्योपैथी दवाइयों से बीमारी का स्थायी इलाज होता है। इसका मतलब आप होम्योपैथी दवाइयों से अपने बीमारी को जड़ से हमेशा के लिए ठीक कर सकते है। हालांकि एलोपैथिक दवाओं की तुलना में होम्योपैथिक दवाएं काम करने में अधिक समय लेती हैं। लेकिन इसका असर अच्छा और लंबे समय तक चलने वाला है।

अगर आप ऐलोपैथी या तत्सम किसी भी प्रकार के दवाइयों से ऊब चुके है, तो होम्योपैथी दवाइयों का पर्याय आपके लिए सही साबित होगा। हालाँकि, ये पर्याय ठीक करने के लिए इतर दवाइयों के पर्यायों से ज्यादा वक़्त लेता है। लेकिन यह हमेशा याद रखे की, किसी भी दवाइयों को लेने से पहले अपने डॉक्टर्स को जरूर कंसल्ट करें।

Tejal Limaje: Who says an introvert can't be a good artist? I am an artist, writing is my art. You can call me an emotional introverted linguistic writer. What cannot be shared through my speech, I share through my writing and words. Writing is my love, desire, passion.