Kisi Ka Bhai Kisi Ki Jaan Review: पूजा हेगड़े और सलमान खान की फिल्म देख कर नहीं आएगी जान में जान!

दर्शकों को एक्शन सीन्स का चटकारा लगाने वाली साऊथ की फिल्मों को लोग खूब सराहते है। एक्शन क्या होता है यह बॉलीवुड को साऊथ की फिल्मों ने बड़े खूब तरीके से सीखा दिया है। अब जब की हिंदी फिल्मों में एक्शन और ‘प्रेम’ कथाओं की बात आएगी, तो बॉलीवुड के सबके चहिते ‘प्रेम’ को कोई कैसे ना याद करें। जी हाँ, इस ‘प्रेम’ यानी बॉलीवुड के भाईजान सलमान खान की ही मैं बात कर रही हूँ। फैंमिली फिल्मों में ‘प्रेम’ की भूमिका निभाने वाले सलमान खान का ‘भाईजान’ बनने तक का सफर अब उनकी फिल्मों में भी दिखाई दे रहा है। आज ही थिएटर में रिलीज हुई सलमान खान और पूजा हेगड़े की फिल्म किसी का भाई किसी की जान भाईजान के इसी सफर का एक हिस्सा है। फरहाद सामजी द्वारा दिग्दर्शित की गई और सलमा खान द्वारा प्रोड्यूस की गई, सलमान खान प्रोडक्शन की किसी का भाई किसी की जान अपने दर्शकों के लिए बहुत सारा ड्रामा, एक्शन, मस्ती और प्यार लेकर आई है, जिसमे आपको कोई लॉजिक नहीं नजर आएगा।

सच बताऊ तो, किसी का भाई किसी की जान देख कर मेरी तो बची-खुची जान भी निकल गई। लेकिन फिर भी मुझे ये रिव्यू लिखने जिंदा होना पड़ा। खैर सलमान खान किसी भी ईद का मौका हाथ से नहीं जाने देते। अपनी फिल्में हमेशा दबंग खान ईद पर ही रिलीज करते है। मैं भाईजान की भावना समझ सकती हूँ की, वह काफी संस्कारी व पारिवारिक है और हर एक की कदर करते है, फिर चाहे वह कोई पुरुष हो, महिला हो या फिर कोई जानवर। ओह, मजाक बाद में करते है।

किसी का भाई किसी की जान का ट्रेलर देख कर आप तो समझ ही गए होंगे की, किसी साऊथ एक्शन मूवी की तरह यह फिल्म भी धमाकेदार होगी। लेकिन इस फिल्म में सलमान खान है और वह ‘भाईजान’ भी है, तो भाई कहने के लिए परिवार और खलनायक (विलन) का होना तो बनता ही है ना बॉस!!! और अब इस फिल्म में परिवार की बात ही आ गई, तो सबसे पहले सलमान खान के साथ और भी कई कैरेक्टर्स का होना तो जरुरी ही है। सबके भाई बनते फिरने वाले सलमान खान इस फिल्म में सच में 3 भाइयों के (सच कहे तो सबके लिए ही) भाईजान बने है। लोगों को और भी भावनिक बनाने के लिए भाईजान और उनके भाइयों को अनाथ दिखाया गया है। यहाँ पर सलमान खान दर्शकों की सहानुभूति प्राप्त कर सकते है। अपने भाइयों के बड़े भाईजान का किरदार निभाते निभाते सलमान खान वाकई उनके एरिया में रहने वाले सभी के भाईजान बन जाते है। मजे की बात ये है की, भाईजान (बॉलीवुड के प्रेम) के भाइयों के नाम भी मोह, इश्क, लव होते है। ओह, इतना ज्यादा प्यार एक ही फिल्म में मुझे कुछ हजम नहीं हुआ। चेतावनी देती हूँ की, सलमान खान जैसे सिंगल (रियल लाइफ में) हो तो ऐसी फिल्में बिलकुल ना देखे, आपको कब्ज हो सकता है!

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अपने भाइयों को अपने पलकों पर बिठाने वाले भाईजान के तीनों भाई अपनी गर्लफ्रेंड्स के प्यार में पागल हुए रहते है। लेकिन शादी न करने की कसम खाने वाले भाईजान को मनाने तीनों में से किसी की हिम्मत नहीं होती। फिर एंट्री होती है अपनी भाभी पूजा हेगड़े की! इस फिल्म में बस उसकी क्यूटनेस और आउटफिट्स ही देखने लायक लगे। साऊथ इंडियन फैमिली से भाभी आई तो उनका ‘अन्ना’ परिवार भी आना ही है। अनाड़ी और तकदीरवाला जैसी बॉलीवुड फिल्में करने वाले तेलुगु सुपरस्टार दग्गुबाती वेंकटेश ने पूजा हेगड़े के भाई और एक फैमिली मैन का किरदार बखूबी निभाया है।

कास्ट

जेस्सी गिल, राघव जुयाल, सिद्धार्थ निगम ने सलमान खान के छोटे भाइयों का किरदार निभाने की बखूबी कोशिश की है। साथ ही उनकी गर्लफ्रेंड्स का रोल करने वाली पलक तिवारी, शहनाज गिल, मालविका शर्मा ने भी इस फिल्म से डेब्यू किया है। फिल्म में इनका किरदार कुछ खास नहीं है, बस ऐसे लगा की मानो नाम के लिए इन तीनो को फिल्म में काम करने का मौका मिला हो। इस फिल्म में दग्गुबाती वेंकटेश के किरदार की मैं तारीफ जरूर करना चाहूंगी। वही भूमिका चावला ने पूजा हेगड़े की भाभी का किरदार और रोहिणी हट्टंगड़ी ने मां के किरदार को अपना 100 टका देने की कोशिश की है। भूमिका चावला का फिल्म में कुछ ज्यादा बड़ा रोल तो नहीं है, लेकिन जितने समय वह स्क्रीन पर दिखी, मेरे दिमाग में तेरे नाम के गाने बजने लगे।

सलमान खान का एक्शन ड्रामा दिखाने के लिए इस फिल्म में खलनायक के लिए भी ‘एक से भले दो’ ट्रेंड आजमाया गया है। आपको जान कर हैरानी होगी की, पहले खलनायक के किरदार में सलमान खान बॉक्सर विजेंदर सिंह को ही उठाकर ले आया है। भाई एक्शन सीन्स में कुछ बॉक्सिंग भी तो दिखानी है। भाईजान ने सोचा होगा की, कुछ नए अंदाज में एक्शन दिखाए। खैर ये विलन कुछ ज्यादा ही क्यूट था। दूसरा विलन सच में भाईजान का दुश्मन तो नहीं होता, लेकिन उनकी प्रेमिका के परिवार वालों का दुश्मन, तो भाईजान का दुश्मन! हम साथ साथ है… याद है ना? तो ये दूसरा खलनायक भी साऊथ एक्टर जगपति बाबू है, जिसने हैदराबाद के नागेश्वर कुढाती का किरदार निभाया है। खलनायक हुआ तो क्या हुआ, उसके भी दो भाई और परिवार दिखाना तो बनता ही है। आखिर ये एक पारिवारिक फिल्म ही तो है! परिवार से याद आया, इस फिल्म में पारिवारिक प्यार, हिंसाचार, प्रतिशोध और खूनखराबे की पक्की गैरेंटी दी गयी है।

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एक्शन सीन के लिए मेट्रो में भी भाईजान और उनके भाइयों ने उधम मचाया हुआ आप इस फिल्म में देख सकते है। फिल्म के अंत तक ये खलनायकों का वॉर शुरू ही रहता है और इसमें सबका साथ देने वाले भाईजान की फ़तेह होती है। गानों के बारे में यहाँ कुछ ना कहे तो ही बेहतर है। हाँ लेकिन मैं एक सलाह यहाँ जरूर देना चाहूंगी, अगर आप अपने छोटे बच्चों को अंग्रेजी पोयम सिखाना चाहते है तो, बच्चों को इस फिल्म के गाने जरूर सुनाए। साथ ही फिल्म की शुरुआत में ही आप मैंने प्यार किया की भाग्यश्री को देख चौंक जायेंगे। सलमान खान को मन ही मन में ‘मेरे रंग में रंगने वाली..’ गाना गाते हुए लोगों ने सुना होगा। साथ ही एक गाने के लिए लुंगी पहने RRR के स्टार रामचरण भी सलमान खान के साथ अपनी कमर मटकाते दिखेंगे।

मैं ‘भाईजान’ सलमान खान की इतनी बड़ी फैन तो नहीं हूँ। मुझे आखिरी बार सलमान हम साथ साथ है, ये है जलवा के एरा में पसंद आए होंगे। किसी का भाई किसी की जान आप एक एंटरटेनिंग फिल्म की नजरिये से देखे तो ही बेहतर है। फिल्म में अगर आप लॉजिक ढूढ़ने जाओगे, तो खाली हाथ ही वापिस आना पड़ेगा। वैसे भी भाईजान की फिल्मों में लॉजिक ढूढ़ना उनकी फिल्मों की बेइज्जती करना साबित होगा। खैर किसी का भाई किसी की जान सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। ईद के मौके पर आप अपनी छुट्टी में कुछ कर नहीं रहे, तो ये एंटरटेनमेंट आपके लिए परफेक्ट है।

Tejal Limaje: Who says an introvert can't be a good artist? I am an artist, writing is my art. You can call me an emotional introverted linguistic writer. What cannot be shared through my speech, I share through my writing and words. Writing is my love, desire, passion.