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‘Gaslight’ Review: सारा अली खान की इस मिस्ट्री थ्रिलर में है अच्छी एक्टिंग और कई ट्विस्ट्स, लेकिन कोई भी कर लेगा गेस!

मिस्ट्री थ्रिलर बॉलीवुड की फिल्मों में कोई नया विषय नहीं है। लेकिन उनमे भी कई तरह की विविधता और कहानियां होती है जिन्हे भारतीय प्रेक्षक पसंद करते है। हाल ही में आयी फिल्मों को ही ले लीजिए, जैसे कार्तिक आर्यन की ‘फ्रेडी’ हो, अक्षय कुमार की ‘कठपुतली’ हो या फिर तापसी पन्नू की ‘हसीन दिलरुबा’ हो, लोगों ने ऐसी सस्पेंस मिस्ट्री थ्रिलर फिल्मों को काफी पसंद किया है। इसी लाइन में अब पवन कृपलानी द्वारा निर्देशित ‘गैसलाइट’ भी शामिल होने जा रही है, जिसमे सारा अली खान मुख्य किरदार में दिखाई दे रही है। काफी दिनों से चर्चा में बनी रही सारा अली खान, चित्रांगदा सिंह और विक्रांत मैसी की यह मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म OTT प्लैटफॉर्म पर रिलीज हो गयी है, जिसे आप Disney+ Hotstar पर देख सकते है।

जब बात किसी ऐसे फिल्म की कहानी की आती है, जो आपको आपकी कुर्सी पर बिठाए रखे और आपका पूरा ध्यान खिंच ले, तो यह उस निर्देशक, एक्टर्स और पुरे कास्ट और क्रू की सफलता ही मालूम पड़ती है। सारा अली खान और विक्रांत मैसी की ‘गैसलाइट’ भी कुछ इसी तरह की फिल्म है, जिससे लोगों ने काफी ज्यादा अपेक्षाएं बनाए रखी है। सारा अली खान की यह मिस्ट्री थ्रिलर लोगों को अपनी जगह पर बिठाए रखने में कुछ मायने में कामियाब तो हो जाती है, लेकिन अगर आप फिल्म को सही तरीके से देखे तो कहानी के प्लॉट और ट्विस्ट्स से आप पहले ही वाकिफ हो जाते है। एक बेटी का पिता के खोज में अपने ही घर में भटकना और फिर कहानी में अलग ही ट्विस्ट सामने आना, ऐसी घुमावदार और जबरन कहानी इस ‘गैसलाइट’ की है जिसमे सारा अली खान ने अपने किरदार को 100 टका न्याय देने की कोशिश की है।

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कहानी

पवन कृपलानी द्वारा निर्देशित, ‘गैसलाइट’ के कहानी की मुख्य किरदार मीशा उर्फ़ मिश्री यानी सारा अली खान एक राजकुमारी है, जो 15 सालों बाद अपने पिता के बुलाने पर अपने शाही महल में वापिस लौटती है। एक ऐक्सिडेंट के बाद चलने में असमर्थ रही मीशा जो की अब एक व्हीलचेयर के सहारे घूमती फिरती है, हवेली में उसका स्वागत उसकी सौतेली मां रुक्मिणी (चित्रांगदा सिंह) करती है। लेकिन शुरुआत से ही रुक्मिणी से नफरत करने वाली मीशा को अपने पिता का यूँ गायब होना रास नहीं आता। अपने पिता के महल में ना दिखाई देने पर उसे यह एहसास होता है की उनके साथ कुछ तो गलत हुआ है। ऐसे में मीशा अपने पिता को ढूंढने के लिए पूरी हवेली छानती है। इस छानविन में उसके पिता का बेहद करीबी इंसान कपिल (विक्रांत मैसी) उसकी मदद करता नजर आता है। धीरे धीरे मीशा के साथ हवेली में कुछ ऐसी अजीबोगरीब बातें होती जाती है, जिससे उसको पता चल जाता है की उसके पिता की मौत हो चुकी है और यह हत्या किसीने करवाई है। शुरुआत में यह कहानी किसी हॉरर फिल्म की तरह दिखाई गयी है। अगर आपने ‘स्त्री’, ‘1920’ जैसी कोई फिल्म देखि हो तो आपके लिए यह समझना बेहद आसान होगा। उसी तरह के डरावने साउंड इफेक्ट्स, डार्क रंगों में फिल्माए गए सीन्स, लोगों को डरने के लिए अलग अलग तकनीक और बहुत कुछ आपको ‘गैसलाइट’ में देखने मिलेगा।

राजकुमारी मीशा को पिता का खत आना, मीशा का अपने घर लौटना, उसके पिता जो की राजा है, उनका अचानक महल से गायब होना और अपने गायब हुए पिता को जी-जान से पूरी हवेली में ढूँढना यह सब बातें साथ में होती रहती है। लेकिन फिल्म के सेकंड हाफ में ही पूरी कहानी पलटती हुई आपको नजर आएगी। फिल्म के दूसरे हिस्से में एक साथ कई ट्विस्ट्स आपको देखने मिलेंगे जो दर्शकों को चौंकाने में कामियाब रहेंगे, लेकिन इसका अंदाजा कई लोग पहले ली लगा लेंगे। । इसके साथ ही अगर आप सही से देखें तो, फिल्म के शुरुआत में ही इस कहानी के असली विलन को आप पहचान लेंगे। फिर अपने पिता की बॉडी ढूंढ़ने से उनके हत्यारों का पता लगाने तक सारा को हवेली और वहां रहने वाले कई लोगों के राज पता चल जाते है। असल में सारा भी एक राज लेकर ही इस हवेली में आई रहती है, जो की इस फिल्म का मुख्य ट्विस्ट साबित होता है।

कास्ट

फिल्म में सारा अली खान के साथ ही चित्रांगदा सिंह, विक्रांत मैसी, पुलिस के किरदार में राहुल देव, डॉक्टर के किरदार में शिशिर शर्मा, अक्षय ओबेरॉय, मंजिरी पुपाला इन सभी एक्टर्स ने वाकई काबिल-ए-तारीफ अभिनय किया है। फिल्म में राहुल देव ने पुलिस का शानदार किरदार निभाया है, जो उसके निगेटिव किरदारों की छवि को साफ करने में थोड़ी बहुत मदत तो करता ही है। फिल्म में अक्षय ओबेरॉय सारा के किसी दूर के रिश्तेदार का किरदार निभाते दिखा है। यह किरदार छोटा है, लेकिन कम समय में भी लोगों का दिल जीतने में अक्षय कामियाब होते जरूर दिखाई देंगे। 2020 में आयी सीरीज ‘हाय’ से अक्षय का फैन फॉलोविंग बढ़ गया है। अभी ‘गैसलाइट’ में उसके कम समय वाले किरदार को भी आप पसंद करोगे। फिल्म में चित्रांगदा सिंह और विक्रांत मैसी भी अहम किरदार निभाते दिखाई दे रहे है। काफी समय बाद चित्रांगदा को स्क्रीन पर देख कर बेहद ख़ुशी मिलती है।

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मत (Verdict)

‘गैसलाइट’ के ट्रेलर में सारा अली खान, विक्रांत मैसी, चित्रांगदा सिंह जैसी तगड़ी कास्ट ने फिल्म की अपेक्षाएं बढ़ा दी थी। लेकिन फिल्म को देख कर ऐसा लगता है की, कोई तीन अलग अलग कहानियां जोड़ कर एक फिल्म बनाई गयी है। सारा अली खान, विक्रांत मैसी, चित्रांगदा सिंह और इतर सारे सपोर्टिंग कास्ट ने अपने तरके से फिल्म को न्याय देने का पूरा प्रयास किया है। लेकिन फिल्म की कहानी में आखिरतक उतना मजा नहीं आता। मतलब फिल्म के पहले हिस्से में (First Half) कहानी अपना तगड़ा प्रदर्शन करती है। लेकिन फिल्म के आखिर तक आप खुद जम्हाई लेते दिखोगे। एंड थोड़ा बोअर कर देता है, क्यों की आप को पहले ही पता चल ही जाता है की एंड क्या होने वाला है। साथ ही एक समय ऐसा आएगा की, आप भी फिल्म देख कर सोचने में मजबूर हो जाएंगे की इसे ‘गैसलाइट’ क्यों नाम दिया गया है। इसमें कोई शक नहीं की, फिल्म की कास्ट जबरदस्त है। लेकिन 2 घंटे से भी कम समय की यह फिल्म आखिरतक अपने प्रेक्षकों को एक जगह बिठाए रखने में कितनी कामयाब होंगी, इसपर कोई टिपण्णी देना मुश्किल होगा।

गौरतलब है की, इस फिल्म में एक भी गाना नहीं है। खैर, फिर भी अगर आप सारा अली खान या चित्रांगदा सिंह के फैन है तो ‘गैसलाइट’ जरूर देखे। ‘गैसलाइट’ Disney+ Hotstar पर रिलीज हो गयी है और इस वीकेंड के लिए अगर आप कुछ अलग देखना चाहते है तो यह फिल्म देख सकते है।

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