TMF: शादी को लेकर DCW चीफ स्वाति मालीवाल ने की खुलकर बात, बताया आखिर क्यों हुई पति से अलग!

अपनी शादी को लेकर हिंदुस्तान की हर लड़की का कोई न कोई सपना होता है। अपने दूल्हे और परिवार के बारें में लड़कियां अक्सर काफी कुछ सोचती भी हैं। कुछ लड़कियां अपने चुने हुए साथी के साथ शादी करने के लिए परिवार से लड़ती हैं, उन्हें मनाती हैं। कई बार कई लड़कियों का यह जरुरी फैसला गलत भी साबित हो जाता है, उन्हें किसी कारण से उस व्यक्ति से अलग होना पड़ता है। ऐसा ही कुछ दिल्ली महिला आयोग के अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के साथ भी हुआ था। जी हां, हाल ही स्वाति मालीवाल Hauterfly के The Male Feminist के नए एपिसोड में मेहमान बन पहुंची। इस दौरान, होस्ट सिद्धार्थ अलम्बयन ने स्वाति के साथ कई बातों पर चर्चा की। इस बातचीत के दौरान, स्वाति ने अपनी शादी और तलाक के बारे में खुलकर बात की।

आज भी महिलाओं को हमारे समाज में तलाक के एक अलग दृष्टिकोण के साथ देखा जाता है। कई लोग तो तलाकशुदा महिलाओं का कैरेक्टर सर्टिफिकेट भी पकड़ाने में पीछे नहीं हटते। ऐसी स्थिति में, कई महिलाएं अक्सर अपने तलाक की खबर को छिपाती हैं या इसके बारे में बात नहीं करना पसंद करती हैं। लेकिन बाकी महिलाओं को मजबूती की तरह खड़े रहने की सिख देनी वाली दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल अपनी शादी और तलाक पर खुलकर बात करती हैं।

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Hauterfly के The Male Feminist के नए एपिसोड में सिद्धार्थ अलम्बयन से बात करते हुए स्वाति ने बिना किसी हिचकिचाहट के अपने और अपने पति से अलग होने का कारण बताया और साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उन्होंने उसी व्यक्ति से शादी करने के लिए अपने घर वालों को मनाया था।

स्वाति मालीवाल के बारे में और जानने के लिए Hauterfly के The Male Feminist का एपिसोड 20 जरूर देखें!

स्वाति ने बताया कि जब वो नवीन जयहिंद (एक्स हसबैंड) से मिली तो उन्हें पता चला कि वो भी एक सोशल एक्टिविस्ट है। स्वाति का कहना है कि जब उन्हें नवीन कि तरफ से पहली बार प्रपोजल मिला तो उन्होंने सोचा कि हम दोनों ही एक सोशल एक्टिविस्ट हैं तो क्यों न शादी कर लिया जाएं। हालांकि स्वाति की शादी इतनी आसान नहीं थी, उन्होंने बताया कि घर पर एक आंदोलन के बाद उनकी शादी हुई।

स्वाति ने अपनी बातचीत के दौरान सिद्धार्थ अलम्बयन को बताया कि जब उन्होंने अपने परिवार वालों को नवीन से शादी के बारे में बताया, तो उनकी काफी लड़ाइयां हुई। उनके पेरेंट्स ने कहा कि ये किसान है और इनको तो इंग्लिश भी नहीं आती। हालांकि स्वाति को ये बात गलत लगी, क्योंकि उनका मानना है कि इंसान को इंसान की तरह देखना चाहिए। इसके अलावा जो व्यक्ति जमीनी तौर से जुड़ा है वो एक अच्छा व्यक्ति होता है।

हालांकि इन सब के बाद आखिर में स्वाति और नवीन की शादी हो गई। लेकिन शादी के बाद उन्हें एहसास हुआ कि उनके और नवीन के बीच कुछ भी कॉमन नहीं है। स्वाति ने बताया कि अपनी शादी के दौरान कभी उन्होंने नवीन के साथ बैठकर मूवी तक नहीं देखी थीं, क्योंकि दोनों पूरी तरह से अलग थे। इन सब के बावजूद स्वाति मालीवाल ने अपनी शादी बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

स्वाति ने नवीन को बड़ी मुश्किल से तलाक के लिए मनाया और फिर दोनों एक दूसरे की सहमति से अलग हो गए। स्वाति ने यह भी बताया कि आज उन्हें किसी की जरूरत नहीं है क्योंकि वह अब खुद से प्यार करती है। आपको बता दें, स्वाति मालीवाल के एक्स हसबैंड नवीन जयहिंद आम आदमी पार्टी के नेता है। उनके बाद साल 2020 में दोनों ने एक दूसरे से तलाक ले लिया।

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आज हमारे समाज की महिलाओं को भी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल की तरह मजबूत और साहसी हो जाना चाहिए। इसके अलावा अपने निर्णय को लेकर भी अपनी राय रखना बेहद जरूरी हैं। आमतौर पर महिलाएं तलाक के नाम पर सहम सी जाती हैं। हालांकि ऐसी महिलाओं को स्वाति मालीवाल से सिख लेनी चाहिए।